दुनिया में ऐसे कई महापुरुषों ने जन्म लिया है, जिन्होनें मानव जीवन के अंदर छिपे रहस्यों को प्रकट (expose) किया है। जिन्हें उनके कार्यों (act) और नियमों ( principles) के लिए पूजा जाता है। इन्हीं में एक हैं गौतम बुद्ध।
सिद्धार्थ ने साधारण मानव के रूप में जन्म लिया और स्पीच्युल लाइफ में वहां तक पहुंचे। जहां तक पहुंचना किसी सामान्य मनुष्य के लिए शायद नामुमकिन है।
मान्यताओं के अनुसार भगवान बुद्ध का जन्म बैसाख मास की पूर्णिमा के दिन हुआ। पूर्णिमा के दिन ही आपको बुद्धत्व तथा महापरिनिर्वाण की भी प्राप्ति हुई थी।
|
भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार, कोट्स उपदेश, Gautam Buddha Anmol Vichar Quotes Updesh Thought in Hindi |
तो आइये जानते है जीवन के पाठ पढ़ाने वाले महात्मा बुद्ध जी को एवं उनके विचार को और तैयार हो जाइये विशेष अनुभूतियों के लिए।
नाम | सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) |
---|
जन्म | जन्मतिथि 563 ई०, लुंबिनी, नेपाल |
गुरू | आलार कलाम |
पिता | शुद्धोधन |
माता | मायादेवी (महाप्रजावती गौतमी दूसरी माँ) |
शिक्षा | गुरु विश्वामित्र से वेद और उपनिषद् की शिक्षा |
उपलब्धि | आत्मज्ञान, बौद्ध धर्म के संस्थापक |
क्षेत्र | सत्यमार्ग, अष्टांगिक मार्ग, ध्यान |
महानिर्वाण | 483 ई० कुशीनगर, भारत |
भगवान गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के पास लुंबिनी, नेपाल में हुआ। आपके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। सिद्धार्थ के पिता राजा शुद्धोधन और माता रानी मायादेवी थीं।
जन्म के सात दिन बाद ही सिद्धार्थ की माँ मायादेवी का निधन हो गया था। उसके बाद नन्हें सिद्धार्थ का पालन पोषण उनकी मौसी शुद्धोधन की दूसरी रानी महाप्रजावती गौतमी ने किया।
गौतम बुद्ध का विवाह 16 वर्ष की आयु में राजकुमारी यशोधरा से हुआ था।
दो ब्राह्मणों के साथ सिद्धार्थ ने मन में चल रहे, प्रश्न ढूढ़ने के लिए बहुत मेहनत और ध्यान लगाने के बाद भी प्रश्नों के हल नहीं मिले।
बार बार असफल होने के बाद सिद्धार्थ ने अपने साथियों के साथ कठोर तप करने का मन बना लिया और 6 वर्षों के कठोर तप के बाद भी असफलता मिली। उसके बाद सिद्धार्थ ने तपस्या छोड़कर अष्टांग मार्ग ढूंढ़ लिया।
सिद्धार्थ एक पीपल के पेड़ के नीचे बैठ गए और संकल्प लिया कि जब मुझे मेरे प्रश्नों के उत्तर नहीं मिलेंगे तब तक मैं यहाँ से नहीं उठूगां।
लगभग 49 दिनों तक वो ध्यान समाधि में रहें, इसी के चलते सिद्धार्थ को आत्म ज्ञान की प्राप्ति हुई और 35 वर्ष अल्पायु में ही वह सिद्धार्थ से भगवान बुद्ध (गौतम बुद्ध) बन गए।
पीपल के वृक्ष का नाम बोधिवृक्ष रखा गया जिस स्थान पर ज्ञान प्राप्त हुआ उसे बोधगया कहा गया और यह गौतम बुद्ध के जीवन से सम्बन्धित सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान है।
बोधगया के अलावा तीन और महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, लुम्बिनी, सारनाथ एवं कुशीनगर।
ऐसा कहा जाता है कि बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया था।
ऐसा कहा जाता जिसने भी भगवान बुद्ध के उपदेश पढ़कर उन्हें अपने जीवन में अपनाएं है वे अपने जीवन में बहुत सफल हो गये और मैं मानता हूँ यह किसी ट्रेजर से कम नहीं।
गौतम बुद्ध इन विचारों पढ़ें और अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें-
भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार, कोट्स उपदेश
1. अंत में यही चीज सबसे ज्यादा मायने रखती है कि आपने कितनी अच्छी तरह से प्रेम किया, अपने जीवन को कितना भरपूर जिया और आपने कितनी गहराई से लोगों की त्रुटियों को माफ किया।
2. आप चाहे कितने ही पवित्र शब्द पढ़ लें आप चाहे कितने ही पवित्र शब्द बोल लें, लेकिन जब तक आप उन्हें अपने जीवन में नहीं उतारते उनका कोई लाभ नहीं है।
3. एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है और एक जीवन इस दुनिया को बदल सकता है।
4. क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है।
5. जिस व्यक्ति का मन शांत होता है, जो व्यक्ति बोलते और अपना काम करते समय शांत रहता है, वह वही व्यक्ति होता है जिसने सच को हासिल कर लिया है और जो दुःख-तकलीफों से मुक्त हो चुका है।
6. दर्द तो तय है, यह आपके हाथ में नहीं है। हां, दुखी होना या न होना आपके हाथ में अवश्य है।
7. एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लम्बी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नजर आती है, सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन-मृत्यु का सिलसिला भी उतना ही लंबा प्रतीत होता है।
8. जो व्यक्ति अपना जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता।
9. अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है। वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है।
10. क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकडे रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं।
Gautam Buddha Anmol Vichar Quotes Updesh Thought in Hindi
11. ईर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते।
12. अगर आपकी दिशा सही है, तो फिर चिंता की बात नहीं। आपको बस इतना करना है कि आप चलते रहें।
13. एक वफादार, गुणी, प्रतिष्ठित और धनी व्यक्ति जो भी जगह चुनता है, वहां उसका सम्मान किया जाता है।
14. संसार में कोई भी चीज कभी भी अकेले मौजूद नहीं होती, हर एक चीज का संबंध तमाम दूसरी चीजों से होता है।
15. आप चाहे कितने ही पवित्र शब्द पढ़ लें आप चाहे कितने ही पवित्र शब्द बोल लें, लेकिन जब तक आप उन्हें अपने जीवन में नहीं उतारते उनका कोई लाभ नहीं है।
16. जीवन की यात्रा में विश्वास आपको पोषण देता है, अच्छे काम एक घर की तरह हैं, ज्ञान दिन की रोशनी की तरह है और सजगता आपको सुरक्षा देती है। यदि मनुष्य शुद्ध जीवन जीता है, तो कोई चीज उसे नष्ट नहीं कर सकती है।
17. सभी व्यक्तियों को सजा से डर लगता है सभी मौत से डरते हैं। बाकी लोगों को भी अपने जैसा ही समझिए खुद किसी जीव को ना मारें और दूसरों को भी ऐसा करने से मना करें।
18. आपका काम है अपनी पसंद के काम को खोजना उसे खोजें और फिर उस काम में खुद को पूरी तरह से लगा दें। यही सफलता का मार्ग है।
19. स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है संतोष सबसे बड़ी संपत्ति और वफादारी सबसे अच्छा रिश्ता है।
20. अगर आप किसी दूसरे के लिए दिया जलाते हैं तो यह आपके रास्ते को भी रौशन कर देता है।
Gautam Buddha Quotes In Hindi
21. आपका बड़े से बड़ा दुश्मन भी आपको उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता जितना नुकसान आपके अनियंत्रित विचार आपको पहुंचाते हैं।
22. आप खुद अपने प्यार और स्नेह के उतने ही हकदार हैं, जितना इस दुनिया में कोई भी अन्य व्यक्ति है।
23. जीवन में एक दिन भी समझदारी से जीना कहीं अच्छा है, बजाय एक हजार साल तक बिना ध्यान के साधना करने के।
24. बंधन ही सभी दुखों की जड़ है।
25. शब्दों के भीतर नष्ट करने और स्वस्थ करने दोनों ही शक्तियां होती हैं, जब शब्द सच्चे और दयालु होते हैं, तो वे हमारे जीवन को बदल सकते हैं।
26. आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो।
27. जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती वैसे ही मनुष्य भी बिना आध्यात्मिक जीवन के नहीं जी सकता।
29. असली खुशी सब कुछ प्राप्त करने में नहीं है, सब कुछ दे देने में है।
30. जिस तरह से तूफान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता, उसी तरह से महान व्यक्ति तारीफ़ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते।
भगवान बुद्ध के अनमोल वचन
,
31. किसी बात पर हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़कर अपने लिए प्रयास करने लग जाते है।
32. हर इंसान अपने स्वास्थ्य या बीमारी का लेखक है।
33. सदैव अपने से समझदार व्यक्तियों के साथ सफर करिये, मूर्खों के साथ सफर करने से अच्छा है अकेले सफर करना।
34. उसने मेरा अपमान किया, मुझे कष्ट दिया, मुझे लूट लिया जो व्यक्ति जीवन भर इन्हीं बातों को लेकर शिकायत करते रहते हैं वे कभी चैन से नहीं रह पाते। सुकून से वही व्यक्ति रहते हैं, जो खुद को इन बातों से ऊपर उठा लेते हैं।
35. सभी बुराइयों से दूर रहने के लिए, अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन में अच्छे विचार रखिये बुद्ध आपसे सिर्फ यही कहता है।
36. आज हम जो करते हैं जीवन में वही सबसे ज्यादा मायने रखता है।
37. जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है।
38. आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यह सच है ऐसा विश्वास करने लगते हैं।
39. आपका शरीर अनमोल है। यह जाग्रत होने के लिए हमारा वाहन है। इसका ध्यान रखें।
40. विचलित मन वाले व्यक्ति को मौत उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से अचानक आई बाढ़ में गांव के सोते हुए लोग बह जाते हैं।
Gautam Buddha motivational thoughts In Hindi
41. सच्चा प्यार समझदारी से ही पैदा होता है।
42. हर दिन नया दिन होता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बीता हुआ कल कितना मुश्किल था। आप हमेशा एक नई शुरुआत कर सकते हैं।
43. एक विचारहीन मनुष्य की प्यास अमर बेल की तरह बढ़ती है। वह एक जीवन से दुसरे जीवन की तरफ उसी तरह से भागता है जैसे जंगल में एक बंदर फलों के लिए एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर भागता रहता है।
44. इंसान को एक बंधन मुक्त मन का निर्माण करना चाहिए जो ऊपर और नीचे और चारों ओर फैला हुआ हो, वह भी बिना किसी बाधा के, बिना किसी दुश्मन के, बिना किसी बदले की भावना के।
45. अगर आपका चित्त शांत है, तभी आप इस ब्रह्मांड के प्रवाह को सुन पाएंगे, इसकी लय ताल को महसूस कर पाएंगे। खुशी इसके आगे रहती है और ध्यान इसकी चाबी है।
46. अगर आप उन चीजों की कद्र नहीं करते जो आपके पास हैं, तो फिर आपको खुशी कभी भी नहीं मिलेगी।
47. एक अनुशासनहीन मन जितना अवज्ञाकारी कुछ भी नहीं होता और एक अनुशासित मन जितना आज्ञाकारी भी कुछ भी नहीं है। सच्चाई को अपनी जमीन बनाएं सच्चाई को अपना घर बनाएं। क्योंकि दुनिया में इससे बड़ा कोई घर नहीं है।
48. मैं कभी नहीं देखता क्या किया गया है, मैं केवल ये देखता हूं कि क्या करना बाकी है।
49. एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लम्बी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नजर आती है। इसी तरह सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन-मृत्यु का सिलसिला भी उतना ही लंबा होता है।
50. निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।
गौतम बुद्ध कोट्स इन हिन्दी
51. अतीत में ध्यान केन्द्रित नहीं करना, ना ही भविष्य के लिए सपना देखना, बल्कि अपने दिमाग को वर्तमान क्षण में केंद्रित करना।
52. तीन चीजें लंबे समय तक छिप नहीं सकतीं-सूर्य, चंद्रमा और सत्य।
53. शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगों को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बरबाद कर देता है।
54. मन सभी मानसिक अवस्थाओं से ऊपर होता है।
55. अगर आपको अच्छा साथी ना मिले तो अकेले चलें, उस हाथी की तरह जोकि अकेले ही जंगल में घूमता है। अकेले रहना कहीं अच्छा है बजाय उन लोगों के साथ के जोकि आप की प्रगति में बाधा बनते हैं।
56. जिस प्रकार लापरवाह रहने पर घास जैसी नरम चीज की धार भी हाथ को घायल कर देती है, उसी तरह से धर्म के वास्तविक स्वरूप को पहचानने में हुई गलती आपको नर्क के दरवाजे पर पहुंचा सकती है।
57. बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।
58. एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच, सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।
59. माता-पिता बनना अत्यंत सुखद अनुभव है। उत्साह से जीवन जीना और स्वयं पर महारत हासिल करना खुशी देता है।
60. बुराइयों से दूर रहने के लिए, अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए।
भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश
61. अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।
62. रास्ता आकाश में नहीं है। रास्ता दिल में है।
63. जिस तरह से आकाश में मिट्टी उछालने पर वह मुंह पर ही गिरती है उसी तरह से मूर्ख व्यक्ति जब अच्छे लोगों के साथ बुरा करने की कोशिश करते हैं, तो उनका खुद का ही बुरा होता है।
64. हमेशा याद रखें कि बुरा कार्य अपने मन में बोझ रखने के समान है।
65. वह व्यक्ति जो 50 लोगों से प्यार करता है उसके पास खुश होने के लिए 50 कारण होते हैं। जो किसी से प्यार नहीं करता उसके पास खुश रहने का कोई कारण नहीं होता।
66. झरना बहुत शोर मचाता है, लेकिन सागर गहरा और शांत होता है।
67. जिस काम को करने में वर्तमान में तो दर्द हो लेकिन भविष्य में खुशी, उसे करने के लिए काफी अभ्यास की जरूरत होती है।
68. ज्ञान ध्यान से पैदा होता है और ध्यान के बिना ज्ञान खो जाता है। इसलिए ज्ञान की प्राप्ति और हानि के इस दुगुने मार्ग को जानकर, व्यक्ति को खुद को इस तरह से साधना चाहिए ताकि ज्ञान में वृद्धि हो।
69. कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलने से कुछ नहीं सीख पाता। समझदार व्यक्ति वही कहलाता है, जो धीरज रखने वाला, क्रोधित न होने वाला और निडर होता है।
70. उदार हृदय, दयालु वाणी, और सेवा व करुणा का जीवन वे बातें हैं जो मानवता का नवीनीकरण करती हैं।
Budh Ke Vichar
71. अकेलापन ऐसे व्यक्ति को खुशी देता है जो कि संतोषी है जिसने धर्म के बारे में सुना है और उसे साफ तौर पर देखा है।
72. ईर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी कैसे स्थाई हो सकती है? अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते?
73. जो व्यक्ति सच्चाई की तलाश नहीं करते, वे जीवन जीने के असली उद्देश्य भटक गए हैं।
74. दूसरे लोगों के दोषों को ना देखें ना ही उनकी गलतियों को, इसके बजाय अपने खुद के कर्मों को देखें कि आप क्या कर चुके हैं और क्या करना अभी बाकी है।
बुद्ध के विचार
Bro हम आशा करते हैं कि गौतम बुद्ध जी के विचार आपको पसंद आये होगें, Please Feedback जरूर दीजिएगा । अगर कोट्स अच्छे लगे हो तो हमें Follow जरूर करना, जिससे हमारे Articles आपको मिल जाये।
भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार, कोट्स उपदेश, Gautam Buddha Anmol Vichar Quotes Updesh Thought in Hindi,Gautam Buddha Updesh, Gautam Buddha Anmol Vichar, Buddha Hindi Quotes, Buddha Quotes Hindi, Buddha Quotes In Hindi, Buddha thought In Hindi, Buddha motivational thoughts In Hindi, Budh Ke Vichar, Gautam Buddha Hindi Quotes, Gautam buddha in hindi, गौतम बुद्ध विचार, गौतम बुद्धा के विचार बुद्ध के विचार, भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल वचन, भगवान बुद्ध के विचार, गौतम बुद्ध के प्रेरक विचार, गौतम बुद्ध विचार इन हिन्दी, गौतम बुद्ध कोट्स इन हिन्दी, गौतम बुद्ध के उपदेश
0 टिप्पणियाँ